दिल्ली जागीरपुरी दंगे में क्या सिर्फ मुसलमानों के दुकान तोरे गए क्या ऐसा चाहिए

दिल्ली दंगों का साफ-साफ जवाब यहां मिलेगा


दिल्ली दंगा शुरुआत हुआ हनुमान जयंती के जुलूस को लेकर हनुमान जयंती का जुलूस उस गली से गचजारी जिस गली में एक महजीद था और मस्जिद से और मस्जिद के आसपास से पत्थरबाजी होना चालू हो गया कारण क्या रहा किसी को साफ-साफ मालूम नहीं है हिंदू मुस्लिम के आरोप लगाते मुस्लिम हिंदू पर आरोप लगाते हैं सच्चाई क्या है ए तो जांच का विषय है


लेकिन सबसे बड़ा आपवाह मार्केट में एक चल रहा है कि दिल्ली दंगा के बाद जागीरपुरी में सिर्फ मुसलमानों की दुकान को तोड़ा जा रहा है सिर्फ मकान मुसलमानों के पहचान करके तोड़ा जा रहा है इस तरह सुप्रीम कोर्ट में कहा गया कि मुसलमानों को टारगेट करके जागीरपुरी में दुकान मकान तोरा जा रहे हैं



सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आप साबित कर सकते हैं कि सिर्फ मुसलमानों के ही दुकान मकान तोड़े जा रहे हैं कांग्रेस पार्टी के एक बड़े नेता ने सुप्रीम कोर्ट में कहा था तो इस पर सुप्रीम कोर्ट के जवाब सवाल का कोई जवाब दे नहीं पाए उसके बाद सरकार की तरफ से जो ओकिल ने जवाब दिया




जागीरपुरी में जितने दुकान मकान तोड़े गए हैं उसमें हर धर्म के दुकान मकान है उसमें हिंदू का भी है मुस्लिम का भी है सिख इसाई हर धर्म के जाति के है लोगों का दुकान जो जो दुकान रास्ते में था जो कब्जा करके बनाया गया था उस सब दुकान को तोड़ा गया है कपिल सिब्बल जी जिस पर आरोप लगा रहे हैं कि सिर्फ मुसलमानों का दुकान चीन के तोड़ा जा रहा है इस बात में कोई सच्चाई नहीं है






सरकार की तरफ से सारी बातें वकील ने बताई एमसीडी की कार्रवाई को लेकर भी लोगों ने नाराजगी जताई बताया कितने साल पुराना है और अचानक आकर तोड़ दिए तो दिल्ली में एक साफ साफ दिखाई देता है जो जहां पता है वहां सड़क किनारे कब्जा करके एक जुगी बन जाता है जुगी से झोपड़ी झोपड़ी से दुकान दुकान से पक्का मकान तक बना दिया जाता है और एक तरह से देखा जाए तो इसमें एमसीडी के भी कुछ कर्मचारी मिले होते हैं क्योंकि उन्हें रिश्वत के तौर पर कुछ ना कुछ मिल जाता है





दिल्ली के रास्ते गलियां से इतनी पतली हो रही है तो इसकी एक कारण एमसीडीबी है क्योंकि एमसीडी सही जगह पर परवाह ही नहीं करती है शुरू शुरू में तो रिश्वत के दम पर काम को होने दिया जाता है और बाद में उस पर एक्शन लिया जाता है तो विवाद सुप्रीम कोर्ट तक चला जाता है तो इस पर सरकार को भी ध्यान देना चाहिए

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