नहीं रही हमारे बीच लता मंगेशकर जी 6 फरवरी 2022 जरा याद करो कुर्बानी ऐ मेरे वतन के लोगों
ऐ मेरे वतन के लोगों जरा आंख में भर लो पानी जो शहीद हुए सरहद पर 27/09/1929. .... 06/02/2022
एक कहावत है जो आया है उसे जाना पड़ेगा लेकिन जाने से पहले कुछ ऐसा कर जाओ कि जबाना उसे याद करें जाने के बाद भी जमाने के मुंह पर अपनी एक पहचान छोड़ जाओ ऐसा ही थी हमारी लता मंगेशकर जिसे हम प्यार से दीदी भी कह कर बुलाते थे बुलाते हैं और बुलाते रहेंगे
लता मंगेशकर जी की कहानी 13 साल की उम्र में ही शुरुआत हो गई थी लता मंगेशकर जी 13 साल की उम्र में पहला सॉन्ग गाया था और वह सॉन्ग आने के बाद कभी पीछे मुड़ के जिंदगी में नहीं देखा क्योंकि उनका हजारों सॉन्ग एक से बढ़कर एक सॉन्ग हिट रहा और ऐसा ऐसा सॉन्ग जो आप जितनी बार भी सुन लो
आपकी मन की इच्छाए कभी नहीं भर्ती उस सॉन्ग से ऐसा ऐसा सॉन्ग जिसमें सबसे बड़ा सॉन्ग था ऐ मेरे वतन के लोगों जरा याद करो कुर्बानी जब यह सॉन्ग किसी स्टेट पर या किसी प्रोग्राम में दिखाया जाता है तो आंख से आंसू आना तय होता है क्योंकि सॉन्ग में इतनी दर्द भरी कहानी छुपी हुई है कि आप
27 सितंबर 1929 में लता मंगेशकर जी का जन्म हुआ
6 फरवरी 2022 उनकी आखरी दिन रही मुंबई की हॉस्पिटल में ही उनकी आखिरी दिन जिसमें देश के बड़े-बड़े नेता उनसे मिलने पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी जी का भी संदेश पुईस गोयल जी लेकर गए थे उनके घर परिवार से मुलाकात करने के बाद कुछ समय के बाद की खबर आती है कि हमारे बीच नहीं रहे हमारी दीदी लता मंगेशकर जी
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