पृथ्वी पर कहीं तो निकली होगी चांद तभी तो.... हिंदी शायरी
पृथ्वी🌎 पर कहीं तो निकली होगी चांद
तभी तो आज 🌕️सूरज भी बादलों 🌧में छुप गया..
जिसकी याद में मैंने जमाने को छोड़ दिया
आखिर उस बेवफा ने आज मुझे भी छोड़ दिया
मेरे याद में आज भी रोती है एक ऐसी पगली दीवानी है उन समय की कहानी है जब मोहब्बत मैं उसका नाम सबसे पहले आता था
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